बीते कुछ वर्षों से अलग-अलग कारणों और मुद्दों को लेकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) चर्चा का विषय बनी हुई है।ऐसे में आपका इस विषय में जानना जरुरी हो जाता है।
Artificial Intelligence क्या है: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ है एक मशीन में निर्णय लेने और सोचने-समझने की क्षमता का विकास करना या एक बुद्धिमान मशीन बनाना।
AI को कंप्यूटर साइंस का सबसे उन्नत रूप माना जाता है और इसमें एक ऐसा दिमाग बनाया जाता है, जिसमें कंप्यूटर सोच सके...कंप्यूटर का ऐसा दिमाग, जो इंसानों की तरह सोच सके।
AI की शुरुवात कब हुई: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत 1955 के दशक में हुई थी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ है- बनावटी (कृत्रिम) तरीके से विकसित की गई बौद्धिक क्षमता।
AI के जनक जॉन मैकार्थी (john McCarthy) के अनुसार यह बुद्धिमान मशीनों, विशेष रूप से बुद्धिमान कंप्यूटर प्रोग्राम को बनाने का विज्ञान और अभियांत्रिकी है।
हाल ही में खबर आई हे की सरकार के "Think tank Organizations" और "Google" के बीच इस बात पर सहमति बनी है- कि दोनों भारत की उदीयमान
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelliegence-AI) और मशीन लर्निंग (Machine Learning-ML) के पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई पहलुओं पर मिलकर एक साथ काम करेंगे।
जिससे देश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पारिस्थितिक तंत्र निर्मित करने में मदद मिलेगी, जिससे की व्यापक रूप से इसका उपयोग किया जा सके।
नीति आयोग (policy commission) को AI जैसी प्रौद्योगिकियाँ विकसित करने और अनुसंधान के लिये राष्ट्रीय कार्यक्रम तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
हॉलीवुड में जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्टार वार, आई रोबोट, टर्मिनेटर, ब्लेड रनर आदि जैसी फिल्में बन चुकी हैं।